जिस्म छू के तो.. सब गुज़रते हैं.. रूह छूता है कोई.. हज़ारों में..
हजारो बार ली हैं तलाशियाँ तुमने मेरे दिल
Meri khamoshi bahot kuch kehti hai Kaan laga kar nahin, Dil laga kar suno
-Hum Se Badal Gaya Wo Nigahen To Kya Huya, Ziinda Hain Kitne Log Mohabbat Kiye Bagair .. ‘
भुला के मुझको, अगर आप भी हो सलामत,… तो भुला के मुझको, सम्भालना मुझे भी आता हैं !
मैं तो दिल को साफ रखा करता था हमें क्या पता कि कीमत तो चेहरे की होती हैं
Maqam-E-Mohabbat Tum Ne Samjha Hi Nahin… Jahan Tak Tera Saath Wahin Tak Meri Zindagi ____!!
जाते-जाते वो मुझे अच्छी निशानी दे गया उम्र भर ना दोहरा पाऊ ऐसी कहानी दे गया।
सारी उम्र मैं जोकर सा बना रहा, तेरे पीछे जिंदगी सर्कस हो गयी।
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