जिस्म छू के तो.. सब गुज़रते हैं.. रूह छूता है कोई.. हज़ारों में..
अगर बेवफाओं की अलग ही दुनिया होती तो, मेरे वाली…कमीनी…वहाँ की रानी होती
जो भी आता हे समजा के चला जाता हे………. पर कोई समझने वाला नही मिलता
Chala Kya Chand,,, Dekho Sogaye Saare Sitaare Bhi Ab To Aja O Neendh, Adhure Hai Kuch Khwab Hamare Bhi !!
वो आईने को भी हैरत में डाल देता है …. किसी किसी को खुदा ये कमाल देता है
खुदा कि बंदगी कुछ अधुरी रह गयी, तभी तेरे मेरे बीच ये दूरी रह गयी.
हजार टुकड़े कर दिए उसने मेरे दिल के।।। फिर वो खुद रो पड़ी,,हर टुकड़े पर अपना नाम देख कर।।
हम ना पा सके तुझे मुदतो के चाहने के बाद , ओर किसी ने अपना बना लिया तुझे चंद रसमे Continue Reading..
Shikayatein toh bahut hai tujh se eh zindagi… Par tune jo diya…woh bhi bahut toh ko nasseb nahi….
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