कमाल का जिगर रखते है कुछ लोग, दर्द पढ़ते है और आह तक नहीं करते।
उन्हें वहम है कि बस मुँह फेरकर भुला पाएँगे हमें …. कोई समझाए कि आँखें मूँदने से रात नहीं हुआ Continue Reading..
मैंने अपनी ख़ुश्क आँखों से लहू छलका दिया…. एक समन्दर कह रहा था मुझे पानी चाहिए….
सुनो तुम मेरी जिद नहीं जो पूरी हो… तुम मेरी धड़कन हो जो जरुरी हो.
ऐ बारिश जरा खुलकर बरस,ये क्या तमाशा है.! इतनी रिमझिम तो मेरी आँखों से रोज होती है.!
मुझे सिर्फ इतना बता दो….इन्तजार करु….. या बदल जाऊ मै भी तुम्हारी तरह….
इतनी उदास न हो, ऐ जिन्दगी खोते वही हैं, जो कुछ पाने की तमन्ना रखते हैं.
वक्त बहुत कीमती होता है, इसलिए अपना नहीं दूसरों का बरबाद करें
दिन छोटे और रातें लंबी हो चली है ,मौसम ने यादों का वक़्त बढ़ा दिया।..
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