ये काजल, ये खुली-खुली जुल्फें ,
तुम यूँ ही जान माँग लेती इतना इंतजाम क्यूँ किया
Related Posts
हमारी तो ज़ुबान भी इतनी बात नहीं करती •• जितनी तुम्हारी आंखें करती है
सीख रहा हूँ धीरे-धीरे तेरे शहर के रीवाज . जिस से मतलब निकल जाये उसे जिंदगी से निकाल दो
काश कि कयामत के दिन हिसाब हो सब बेबफाओँ का , और वो मुझसे लिपट कर कहे कि,मेरा नाम मत Continue Reading..
रंग कैसा है तुम्हारे प्यार का.. जख़्म दिल के सब गुलाबी हो गए
भुलने का तो सवाल ही पैदा नहीं होता,.. मैंने नहीं मेरे दिल ने चुना है तुम्हे
यूँ तो कोई शिकायत नहीं मुझे तेरे आज से, मगर कभी – कभी बिता हुआ कल याद आता है..
तेरी मुहब्बत की तलब थी तो हाथ फैला दिए वरना, हम तो अपनी ज़िन्दगी के लिए भी दुआ नहीं करते…
Bahut khaas the kabhi nazro mai kisi ke hum bhi, Magar nazro ke takaze badalne main der kaha lagti hai
2 thoughts on “jaan”
Hello Fernando ur Baby Did you get
My Profile Photo Picture it’s on
Your mobile Look 4 my Photo Pics..
OK.. I Love You I miss you I’m
Longing 4 the Day I want too
See you Again Really Really
Soon OK.. Send Me SMS Message
Right Now OK..
Hello Fernando ur Baby Did you get
My Profile Photo Picture it’s on
Your mobile Look 4 my Photo Pics..
OK.. I Love You I miss you I’m
Longing 4 the Day I want too
See you Again Really Really
Soon OK.. Send Me SMS Message
Right Now OK..
Okay