हवा के झोंके से पुछता हूं हाल उनका शायद वो उनके शहर से गुजरा हो
ना शौक दीदार का ना फिक्र जुदाई की, खुशनसीब हैं वो लोग जो मोहब्बत नहीं करते !!
रंग कैसा है तुम्हारे प्यार का.. जख़्म दिल के सब गुलाबी हो गए
मेरी हर एक अदा में छुपी थी मेरी तमन्ना, तुम महसूस ना कर सके ये और बात है…
~ Marham Na Sahii Ek Zakham Hii Dedo, Mehsoos Toh Ho Ke Bhule Nahii Ho Tum .. ‘
मैं खुल के हँस तो रहा हूँ फ़क़ीर होते हुए , वो मुस्कुरा भी न पाया अमीर होते हुये ।।
बहुत भीड़ है मोहब्बत के इस शहर में, एक बार जो बिछड़ा, वो दोबारा नहीं मिलता..
-Koii Toh Aiisa Ho Jo Siirf Mera Ho .. ‘
~Uss Mor Se Shuru Karain Aa Phir Se Zindagi, Jab Har Sham Haseen Thi Or Hum-Tum The Ajnabii .. ‘
Your email address will not be published. Required fields are marked *
Comment *
Name *
Email *