हमने कहाँ आज कुछ मीठा बनाओ उन्होंने ऊगली अपने होठो पर रख दी !
इश्क हुआ है तुझसे,बस यही खता है मेरी, तू मोह्बत है,और तू ही कमजोरी है मेरी।
कौन कहता है की वक्त बहोत तेज है •• कभी किसीका इंतजार तो करके देखो..
थोड़ी सी उम्र में हमने, घूम जनाज़ा देखा। ऊपर से तो मीठी बोली, नस नस में बेईमाना देखा।
तूने फैसले ही सारे दूर जाने वाले किये, नहीं तो बता मेरे से करीब तेरे और कौन था।
नही हो सकती ये महौब्बत तेरे सिवा किसी और से… बस इतनी सी ही बात है…समजते क्यों नही..
अच्छा हुआ तूने ठुकरा दिया .. तेरा प्यार चाहिये था, एहसान नही
सुनसान सी लग रही है , आज ये शायरों की बस्ती….* *क्या किसी के दिल मे , अब दर्द नहीं Continue Reading..
बेवफा कहने से पहले मेरी रग रग का खून निचोड़ लेना, कतरे कतरे से वफ़ा ना मिले तो बेशक मुझे Continue Reading..
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