उसने देखा ही नहीं अपनी हथेली को कभी, उसमे हलकी सी लकीर मेरी भी थी।
जाने कब आँख लगी, यादों के दीये जलते रहे, रोशनी घुलती रही, ख्वाबों में तेरी महक आई है !
~Phiir Jab Meiin Uske Biina Jeeney Lagii , Usee Merii Kamii Mehsoos Hone Lagi .. ‘
मुझे आज भी उसकी शिद्दत रोने नही देती, कहती थी मर जायेंगें तेरे आँसुओं के गिरने से पहले
वहम से भी अक्सर खत्म हो जाते हैं कुछ रिश्ते.. कसूर हर बार गल्तियों का नही होता..
Tujhe Pa Naa Sake To Sari Zindagi Tujhe Piyar Karenge, Yeh Zarori To Nhi Jo Mil Naa Sake Usey Choor Continue Reading..
Kya? Phir EK Mitti K Mujsmay Say Umeed_e_Wafa,,, Aay DIL Tujhay Such Main Izzat Raas Nahi….?
मेरी दिल की दिवार पर तस्वीर हो तेरी _ और तेरे हाथों में हो तकदीर मेरी..! –
ये दरिया-ए-अफसाना कभी ख़त्म ही नही होता ना तुम आते ना ये यादों का कारवां ही ख़त्म होता….
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