चलो बिखरने देते है जिंदगी को अब, सँभालने की भी तो एक हद होती है…!
कोई तो होगा टूटा हुआ मेरी तरह ही… जो जुड़ने की ख्वाहिश लिए जी रहा होगा अकेला कही..*
कहते हे कि पत्थर दिल रोया नही करते तो.. फिर पहाङो से ही झरने क्यो बहा करते है ..”
तू रूठा रूठा सा लगता है कोई तरकीब बता मनाने की मैं ज़िन्दगी गिरवी रख दूंगा तू क़ीमत बता मुस्कुराने Continue Reading..
Auron se to pyaar ka rishta bhi nahi tha.. Tum itne badal jaoge socha bi nai tha…?
आँखें खुली तो जाग उठी हसरतें तमाम, उसको भी खो दिया जिसे पाया था ख्वाब में..
नाराज़गी बहुत है हम दोनों के दरमियान … वो गलत कहता है कि कोई रिश्ता नहीं रहा
शब्द “दिल” से निकलते हैं… “दिमाग”से तो उसके मतलब निकलते हैं…
मांगो तो उस रब से मांगो जो सबका दाता है इंसानो की बात न करीये जो नंगे बदन आता है Continue Reading..
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