असल मे वही जीवन की चाल समझता है जो सफर की धुल को भी गुलाल समझता है
दिल तो चाहता हैं में भी किसी से प्यार करू पर मेरी तनख्वा बहोत कम है जनाब
आदमी कभी भी इतना झूठा नही होता … अगर औरते इतने सवाल न करती
नाराज़गी बहुत है हम दोनों के दरमियान … वो गलत कहता है कि कोई रिश्ता नहीं रहा
मोहब्बत हो या काला धन….. छुपाकर रखोगें तो नुकसान खुद का ही है..
Phiir Jab Meiin Uske Bina Jeenay Lagii, Usey Merii Kamii Mehsoos Honey Lagii ..
~Meethi Neend, Sukoon Aur Raahat Sab Kuch Ishq Se Pehle Hi Tha ..’
ये झूठ है… के मुहब्बत किसी का दिल तोड़ती है , लोग खुद ही टुट जाते है, मुहब्बत करते-करत|
तुम से जिद करते तो हम मांगते क्या…! खुद से जिद करके तो तुमको मांगा था.
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