Gham_e_khas perr kabhi chup rhy … Kabhi rO diy gham_e_aam per …!!!
बेकल बेकल रहते हो पर महफ़िल के आदाब के साथ आँख चुरा कर देख भी लेते भोले भी बन जाते Continue Reading..
मुझे पढ़कर भी जो तुम जवाब नहीं देते हो न …!! याद करोगे जब हम तेरे लिए लिखना छोड़ देंगे Continue Reading..
सिखा दिया दुनिया ने मुझे अपनो पर भी शक करना मेरी फितरत में तो गैरों पर भी भरोसा करना था..!!
रंग कैसा है तुम्हारे प्यार का.. जख़्म दिल के सब गुलाबी हो गए
~Mere Dil Meiin Ziiada Der Tak Rehta Nahi Koi, Log Kehte Hain Mere Dil Meiin Saya Haii Tera .. ‘
~Uss Mor Se Shuru Karain Aa Phir Se Zindagi, Jab Har Sham Haseen Thi Or Hum-Tum The Ajnabii .. ‘
नींद छीन रखी है उसकी यादों ने, गिला उसकी दूरी से करें या अपनी चाहत से !!
ख़ुशी कहा हम तो “गम” चाहते है, ख़ुशी उन्हे दे दो जिन्हें “हम” चाहते हे. –
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