शब्द “दिल” से निकलते हैं… “दिमाग”से तो उसके मतलब निकलते हैं…
भरोसा तो अपनी साँसों का भी नही है, और हम इंसानो पर करते है
doob si gai hai gunaho mai meri zindagi eY RAB……. karde rehmat mujh par bhi kahen gunahgaar hi na mar Continue Reading..
आज तो दिल भी धमकियाँ दे रहा है।। कर याद उसे वरना धड़कना छोड़ दूंगा
सुंदरता मन की रखो, फेसवाश से सिर्फ मुँह चमकता है दिल नहीं !!
याद करने की हमने हद कर दी लेकिन , भूल जाने में तुम भी कमाल करते हो ||
हम सादगी में झुक क्या गए , तुमने तो हमे गिरा हुआ ही समझ लिया
तुम्हारा जिक्र ,तुम्हारी फिक्र, तुम्हारा एहसास… तुम खुदा नहीं फिर, हर जगह मौजूद क्यों हो
बहुत दिन हो गए ‘मुहब्बत’ लफ्ज़ सुन सुनकर मुझे…. कल ‘बेवफ़ा’ सुना तो तरी बहुत याद आई मुझे….
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