Dard Ho Dil Mein To Dawa Kijiye. Dil Hi Jab Dard Ho To Kyaa Kijiye.
मत किया कर ऐ दिल किसी से मोहब्बत इतनी.. जो लोग बात नहीं करते वो प्यार क्या करेंगे…!!”
पता नहीं कैसी नजर लगी जमाने की साली अब कोई वजह नहीं बनती मुस्कुराने की!!!
नींद छीन रखी है उसकी यादो ने मेरी, गिला उसकी दूरी से करूँ या अपनी चाहत से
ना पा सका उसे, यू सारी ‘उम्र’ चाहकर, कोई’ ले गया उसे, कुछ ‘रस्मेँ’ निभाकर.
Meherbani na sahi ek zakhm hi de de, Mehsus to ho koi mujhe bhula nai ab tak
इतनी चाहत से ना देखा कीजिए महफिल मे आप . आप के शाहर वालो से दुशमनी बढ जाएगी
भूले हैं रफ्ता-रफ्ता उन्हें मुद्दतों में हम, किश्तों में खुदकुशी का मज़ा हम से पूछिए.
आखिर कैसे भुला दे हम उन्हें…. मौत इंसानो को आती है यादो को नहीं……!!
Your email address will not be published. Required fields are marked *
Comment *
Name *
Email *