ऐ चाँद तू किस मजहब का है . ईद भी तेरी और करवाचौथ भी तेरा
Main husn hOn ____mera rOthna lazim hai … Tum ishQ hO ____zarra adab main rahO …
ना हाथ थाम सके ना पकड़ सके दामन, बेहद ही करीब से गुजर कर बिछड़ गया कोई !!
तमन्नाओ की महफ़िल तो हर कोई सजाता है . पूरी उसकी होती है जो तकदीर लेकर आता है..!!
“मैं कोई छोटी सी कहानी नहीं था….. बस पन्ने ही जल्दी पलट दिए तुम नें …
~Mere Baad Kis Ko SataoGey .. Mujhe Kis Taaraha’n Dil Sey MitaoGey .. ^
बदल जाती है जिंदगी की सच्चाई उस वक्त, जब कोई तुम्हारा.. तुम्हारे सामने.. तुम्हारा नहीं होता.
जो भी आता हे समजा के चला जाता हे………. पर कोई समझने वाला नही मिलता
Koi Ahsaan nahi kiya Tune meri Zindagi main aaker, Kyun KE Maine tuje Chaha ta Saare logon se Churaker…
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