ऐ चाँद तू किस मजहब का है . ईद भी तेरी और करवाचौथ भी तेरा
तरस गए हैं तेरे लब से कुछ सुनने को हम…. प्यार की बात न सही कोई शिकायत ही कर दे..
ये झूठ है… के मुहब्बत किसी का दिल तोड़ती है , लोग खुद ही टुट जाते है, मुहब्बत करते-करत|
~Apni Galti’On Pe Parda Daal Kar, Har Shakhs Keh Raha Haii Zamana Khraab Haii . ‘
मेरे दिल की ख़ामोशी पर मत जाओ “साहेब*”, *राख के नीचे ही अक्सर आग दबी होती है*…
दिल मे बने रहना ही सच्ची शोहरत है, वरना मशहूर तो कत्ल करके भी हुआ जा सकता है.!!
मैं रोज अपने खून का दिया जलाऊँगा, ऐ इश्क तू एक बार अपनी मजार तो बता
अधिक सीधा-साधा होना भी अच्छा नहीं होता है, सीधे वृक्ष सबसे पहले काट लिये जाते हैं।
मेरे कंधे पर कुछ यूँ गिरे तेरे आंसू, कि सस्ती सी कमीज़ अनमोल हो गयी.!!
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