Log Doosro ki Burayiya Chupana Nahi Chahte Aur Apni Dikhana
तमन्नाओ की महफ़िल तो हर कोई सजाता है . पूरी उसकी होती है जो तकदीर लेकर आता है..!!
यूं तो लग जाती है बद्दुआ भी किसी की, वक्त रहते दुआ मांग कर देखिए जरा
जब भी देखती है मुझे, नज़रें झुका लेती है वो, खुदा का शुक्र है, हमें पहचान तो लेती है वो।
एक गलत इन्सान की वजह से कभी कभी, हमें पूरी दुनिया से नफरत हो जाती है !!
सिर्फ तूने ही कभी मुझको अपना न समझा , जमाना तो आज भी मुझे तेरा दीवाना कहता है
अगर आप अपनी रोटी अच्छी पका रहे है तो, #मक्खन लगाने वाले अपने आप आपके पास आ जाएँगे.
Main to barbaad ho gaye hoon magar, Ab kissi ko na tum aasraa denaa..
माना की मरने वालों को भुला देतें है सभी. . . मुझे जिंदा भूलकर उसने कहावत ही बदल दी
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