बेवफाई तो सभी कर लेते है जानेमन ,
तू तो समझदार थी कुछ तो नया करती
Tu ek bhi baar humse mili nahi warna, Tere hi dil ko tere hi khilaaf kar dete..!!
Gham-e-Hayaat Pareshaan Na Kar Sakega Mujhe; Ki Aa Geya Hai Hunar Mujh Ko Muskurane Ka!
भूले हैं रफ्ता-रफ्ता उन्हें मुद्दतों में हम, किश्तों में खुदकुशी का मज़ा हम से पूछिए.
फ़रियाद कर रही है ये तरसी हुई निगाह, देखे हुए किसी को कई दिन गुज़र गए..
ज़िन्दगी में एक ऐसे इंसान का होना बहुत ज़रूरी है.. जिसको दिल का हाल बताने के लिए लफ़्ज़ों की जरुरत Continue Reading..
हम इतने बिगड़े हुए नहीं हैं कि लोग हमें पैर पर समझ ले आज आपका दिन है आ रहा हूं Continue Reading..
वो बोलते रहे हम सुनते रहे, जवाब आँखों में था वो जुबान में ढूंढते रहे.
कुछ लफ्ज ढूंढ सिर्फ मेरी खुशियों के लिये मैं दुनिया खरीद दूंगा तुझे खुश रखने के लिये.
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