बेवफाई तो सभी कर लेते है जानेमन ,
तू तो समझदार थी कुछ तो नया करती
वो रूठ्कर बोला तुम्हे सारी शिकायते हमसे ही क्यू हैं … हमने भी सर झुकाकर बोल दिया की हमे सारी Continue Reading..
उपलब्यधियाँ और आलोचनाएँ एक दुसरे की मित्र है उपलब्यधियाँ बढेगी तो निशचित ही आपकी आलोचनाएँ भी बढेगी
सोचा था आज कुछ तेरे सिवा सोचूँ तब से सोच में हूँ कि और क्या सोचूँ
Ajeeb tamasha hua jab wo samne aaye… Har shikayat ne jaise khudkhushi kar li..
~Toot Kar Chubh Raha Hai Aankhon Main, Aaina To Nahi Tha Khawab Mera .. ^
आज रुठा हुआ इक दोस्त याद आया, अच्छा गुजरा हुआ कुछ वक्त बहुत याद आया।
जा और कोई ज़ब्त की दुनिया तलाश कर ऐ इश्क़ हम तो अब तेरे काबिल नहीं रहे।
हमने तुम्हें उस दिन से और ज़्यादा चाहा है, जबसे मालूम हुआ के तुम हमारे होना नही चाहते.
Your email address will not be published. Required fields are marked *
Comment *
Name *
Email *