बेवफाई तो सभी कर लेते है जानेमन ,
तू तो समझदार थी कुछ तो नया करती
मोहब्बत नाम पाने का ही नहीं है सिर्फ, कभी कभी सबकुछ खोने को भी मोहब्बत कहते है !
सूखे होठोँ से ही होती है मीठी बाते प्यास बुझ जाए तो अलफाज और इंसान दोनो बदल जाते है
mere dushman jal jaatey hai mere shahi andaz se, kyoki hum dosti bhi karte mohabat ke andaz se.
मौहब्बत की मिसाल में,बस इतना ही कहूँगा । बेमिसाल सज़ा है,किसी बेगुनाह के लिए ।
ना पीछे मुड़ के देखो, ना आवाज़ दो मुझको, बड़ी मुश्किल से सीखा है मैंने अलविदा कहना..
बड़ी चालाक होती है जिंदगी हमारी रोज़ नया कल देकर, उम्र छीनती रहती है
आज नज़र ने आईने को यह बोल कर ठोकर मारी, मुझे खुद की नहीं मेरे मेहबूब की नज़र में संवरना Continue Reading..
ये दरिया-ए-अफसाना कभी ख़त्म ही नही होता ना तुम आते ना ये यादों का कारवां ही ख़त्म होता….
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