~ Hum Agar Be’Qasoor Nikley Toh, Dekho Tumhey Bohat Dukh Hoga .. ‘
शब्द “दिल” से निकलते हैं… “दिमाग”से तो उसके मतलब निकलते हैं…
ना पा सका उसे, यू सारी ‘उम्र’ चाहकर, कोई’ ले गया उसे, कुछ ‘रस्मेँ’ निभाकर.
उसके चले जाने के बाद हम महोबत नहीं करते किसी से, छोटी सी जिन्दगी है किस किस को अजमाते रहेंगे|
-Ab Rakhna Mera Khayal Umer Bhar K Liiye, Maine Thama Haii Tumhara Hath Bary Maan K Saath .. ‘
जिस्म छू के तो.. सब गुज़रते हैं.. रूह छूता है कोई.. हज़ारों में..
हर रोज़ खा जाते थे वो कसम मेरे नाम की, आज पता चला की जिंदगी धीरे धीरे ख़त्म क्यूँ हो Continue Reading..
सोया रहा नसीब एक अरसे तक, जागने पर जरूरत सी खत्म हो गई अब
निग़ाहों में अभी तक दूसरा कोई चेहरा ही नहीं आया.. !! भरोसा ही कुछ ऐसा था,तेरे लौट आने का…!!
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