कुछ दोस्त भी अजीब होते है। पढ़ते सब है लिखते कुछ नही
Zindagi ha so guzar rahi hai warna, Hamein guzray to zamany howey…!!!
तहजीब देखता हूँ मैं गरीबों के घर में दुपट्टा फटा हो फिर भी सर पर होता है
~ Suna Hai Tum Mohabbat Nahi Kartey , Yaqeen Jano Kmaal Kartey Ho .. ^
!! हम आये हैं तेरे शहर में एक मुसाफ़िर की तरह ऐ अज़नबी बस एक बार मुलाकात का मौका देदे Continue Reading..
ना जाने कैसा रिश्ता है इस दिल का तुझसे.. धड़कना भूल सकता है पर तेरा नाम नही
एक गलत इन्सान की वजह से कभी कभी, हमें पूरी दुनिया से नफरत हो जाती है !!
मोहब्बत यूँ ही किसी से हुआ नहीं करती…. अपना वजूद भूलाना पडता हैकिसी को अपना बनाने के लिए…।
इक झलक जो मुझे आज तेरी मिल गयी मुझे फिर से आज जीने की वजह मिल गयी
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