आज तक कायम है उसके लौट आने की उम्मीद आज तक ठहरी है जिंदगी अपनी जगह
बयां ना करूँ तो थम जाएगा साँसों का सिलसिला शायद, जो लफ़्ज़ों में पिरो लूँ तो दिल में थोड़ा सुकूँ Continue Reading..
शायरी शौक नही, और नाही कारोबार है मेरा, बस दर्द जब सह नही पाता, तो लिख देता हूँ
वो फिर से लौट आये थे मेरी जिंदगी में’ “अपने मतलब” के लिये, और हम सोचते रहे की हमारी दुआ Continue Reading..
हर ख़ता माफ़ कर दुंगा सिर्फ इतना बता दे, . क़ि तुमने मुहब्बत के लिये मुझे ही क्यों चुना
जाने कब आँख लगी, यादों के दीये जलते रहे, रोशनी घुलती रही, ख्वाबों में तेरी महक आई है !
जनवरी से तुम्हें खुशियाँ मिली क्या यारो, मैं तो अब भी तन्हा हूँ दिसंबर की तरह !!
सुना है, शहर में ज़ख़्मी दिलो का मेला है, . चलो हम भी कुछ गम अपने पेश करते है.
जिस के जी में जो आता है कह जाता है… दिल का क्या है सबकी सुन के रह जाता है…
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