जंगल मैं एक शेर खड्डे मैं फंस ग्या … उपर पेड़ पै बैठ्या बांदर मजाक उड़ान लागया :- क्यों राजा साब ले रया जी सा … खत्म ईब राज पाठ तेरा , इब तो किसी शिकारी के घर खाल टंगी पावैगी प्रधान तेरी … आंख मतना काड्डै साले फोड़ दयुंगा डला मारकै …
जब्बे पेड़ की डाल टूटगी अर बांदर बी उसे खड्डे मैं गिर गया … बचारे के छक्के छूटगे , पड़दाए शेर के पाँ पकड़ कै बोल्या :- माहराज उपर पेड़ पै तो किसी शैतान का साया है समझ आंदे इ मैं तो माफी मांगण कूद पड़या … माँ की सूँ ले .


Related Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *