एक मॉडर्न छोरी रुक्के देरी थी :- बुड्ढे मां बाप की जिम्मेदारी छोरियां की होती ती तो देस मैं एक बी वृद्धाश्रम ना होता ,
मखा बेब्बे वाए छोरी ब्याह पाच्छै सास सुसर नै मां बाप मान ले तो दुनिया मैं एक बी वृद्धाश्रम ना होता ,
सोच बदलो , समाज बदलेगा ,
Related Posts
बाब्बू :- ओ कुत्ते … बेट्टा :- हां बाब्बू … मां :- थम दोनूं लिक्ड़ो इस घर तै बाहर गली Continue Reading..
गाजर का हलवा बनाने के लिए महिलाएँ 1200 रू/किलो काजू 800 रू/किलो बादाम और ड्राई फ्रूट और 700 रुपये किलो Continue Reading..
आदमी ए आदमी का काटै इब रस्ता … बिल्ली मेरे शहर की सब ठाली बैठी सैं ,
जिस ढाल मोदी जी विपक्ष की हर बात का मजाक बणां दे हैं दिक्खै नेता बनण तै पहल्यां ऐडमिन थे Continue Reading..
पुराने माणसां की बात ए नयारी सै … म्हारे दादा का गोड्डा उतर ग्या … गाम आले डाक्टर धोरै लेगे Continue Reading..
बॉलीवुड की फिल्मे ज हरयाणा म बणती तो शायद ये नाम होते- . . . शोले – गबर फसग्या रान्डया Continue Reading..
ताऊ फिल्मी हिरोइना पै छौ मैं आ रया था … नास कर राख्या देस का ना सरम ना लिहाज बेगैरत Continue Reading..
आजकल के बालक पेपरां मैं नंबर कम आए पाच्छै घर छौड़ कै भाज ज्यां हैं … अरै बालको या के Continue Reading..