बेवफाई तो सभी कर लेते है जानेमन ,
तू तो समझदार थी कुछ तो नया करती
सांपो के मुक्कदर में.. वो जहर कहाँ, जो आजकल इन्सान सिर्फ बातों मे ही उगलतें है।
ਬਦਨਸੀਬੀ ਕੀ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ਓਸ ਬੱਚੇ ਨੂੰ ਪੁਛੋ ਜੋ ਰੋਟੀ ਲਈ ਕੰਮ ਕਰਦਾ ਖਿਡੋਣਿਆਂ ਦੀ ਦੁਕਾਨ ਤੇ..!!!
Kuch isliye b mene use jaane se nhi roka, Kyu ki jata hi kyu agar mera hota……!!!!!
तकदीर मेँ ढूंढ रहा था तस्वीर अपनी, न ही मिली तस्वीर, ओकात मिल गई अपनी
मेरे दिल की ख़ामोशी पर मत जाओ “साहेब*”, *राख के नीचे ही अक्सर आग दबी होती है*…
मुंह की बात सुने हर कोई, दिल के दर्द को जाने कौन , आवाज़ों के बाजारों में, ख़ामोशी पहचाने कौन Continue Reading..
बुरे वक्त में किसी से कोई उम्मीद मत रखो, क्यूंकि समझौतें शेर को भी कुत्ता बना देते है !!
अब सज़ा दे ही चुके हो तो मेरा हाल ना पूछना, अगर मैं बेगुनाह निकला तो तुम्हे अफ़सोस बहुत होगा…
Your email address will not be published. Required fields are marked *
Comment *
Name *
Email *