यूँ बार बार निहारती हो आईना, ख़ूबसूरती पे गुमान है.. या शक।
हमने तो एक ही शख्स पर चाहत ख़त्म कर दी .. अब मोहब्बत किसे कहते है मालूम नहीं..
Mat chheen apna naam mere lab se istarah…. benaam zindagi me ek tera naam hi to he mera..
दिल करता है कहीं इस तरह गुम हो जाऊँ ……. रहू सबके सामने पर किसी को नजर ना आऊँ .
जिन्दगी में सताने वाले भी अपने थे, और दफनाने वाले भी अपने थे.
ऐ खुदा हिचकियों में कुछ तो फर्क डालना होता अब कैसे पता करूँ कि कौनसी वाली याद कर रही है
Woh Saath Tha To Mano Jannat Thi ZindaGi……. Ab To Har Saans Zinda Rahne Ki Wajah Poochti Hai !!
उसे किस्मत समझ कर गले से लगाया था हमने, पर भूल गए थे हम किस्मत बदलते देर नही लगती
मैं तो दिल को साफ रखा करता था हमें क्या पता कि कीमत तो चेहरे की होती हैं
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