यूँ बार बार निहारती हो आईना, ख़ूबसूरती पे गुमान है.. या शक।
~Terii Soorat Ko Jab Sey Dekha Haii, Merii Aankhon Pe Log Martey Haiin Tab Sey .. ‘
चेहरे के रंग को देखकर दोस्त ना बनाना.. दोस्तों .. तन का काला तो चलेगा लेकिन मन का काला नहीं।
अगर बेवफाओं की अलग ही दुनिया होती तो, मेरे वाली…कमीनी…वहाँ की रानी होती
किस किस तरह से छुपाऊँ तुम्हें मैं…. मेरी मुस्कान में भी नज़र आने लगे हो तुम…!!!!
कितनी रौनकें कितने मंजर, न जाने कितने शहर देखे, पर… गाँव हमें अब भी वहीं प्यारा है, जहाँ हमने अपने Continue Reading..
हमने तो एक ही शख्स पर चाहत ख़त्म कर दी .. अब मोहब्बत किसे कहते है मालूम नहीं..
बंध जाता है जब किसी से जब रूह का बंधन, तो इज़हार-ऐ-मोहब्बत को “अल्फ़ाज़ों” की ज़रूरत नहीं होती.
भूख तो एक रोटी से भी मिट जाती माँ, अगर थाली की वो एक रोटी तेरे हाथ की होती
Your email address will not be published. Required fields are marked *
Comment *
Name *
Email *