पत्थर समझ कर हमे मत ठुकराओ कल हम मंदिर मे भी हो सकते है
~Mil Jaye Ager Fursat Toh Parhna Zaroor Mujhe, Nakaam Zindagi Ki Mukammal Kitaab Hun Meiin .. ‘
टूट सा गया है मेरी चाहतो का वजूद…. अब कोई अच्छा भी लगे तो हम इजहार नहीं करते
कभी झुकने की तमन्ना कभी कड़वा लहजा अपनी उलझी हुयी आदतों पे रोना आया
हम आते हैं महफ़िल में तो फ़कत एक वजह से, यारों को रहे ख़बर कि अभी हम हैं वजूद में..”
वो कागज आज भी फुलो से ज्यादा महकता है दोस्तों जिस पर उन्होंने मजाक में लिखा था कि हमें तुमसे Continue Reading..
मेरी दिल की दिवार पर तस्वीर हो तेरी _ और तेरे हाथों में हो तकदीर मेरी..! –
चलता रहूँगा मै पथ पर, चलने में माहिर बन जाउंगा, या तो मंज़िल मिल जायेगी, या मुसाफिर बन जाउंगा !
Roj kehti hun bhul jaungi use, magar na jane kyun yeh baat roj bhul jati hun..!!
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