-Unhe Jhooth Bolney Ki Aadat Thii, Aur Humeiin Yaqeen Karney Ki .. ‘
तू याद रख, या ना रख… तू याद है, ये याद रख…
बंजर नहीं हूँ मैं मुझमें बहुत सी नमी है,,,, आँखे बयाँ नही करती बस इतनी सी कमी है!!!
बड़ी देर तक साथ जागे ये चाँद और मैं, वो सितारों के बीच तनहा था और मैं भीड़ में अकेला Continue Reading..
आप कब सही थे। इसे कोई याद नही रखता। लेकिन आप कब गलत थे इसे सब याद रखते है।…
~Nahi Haii Meri Fitrat Mein Yeh Adaat, Warna Teri Tarah Badlna Mujhe Bhii Aata Haii .. ‘
कोई नहीं बचाकर रखना चाहता है यादें जान से प्यारे खत बेरुखी से जलने लगे हैं !!
मुश्किल नहीं है कुछ दुनिया में, तू जरा हिम्मत तो कर… खवाब बदलेगें हकीकत में.. तू ज़रा कोशिश तो कर।
यूँ तो कोई शिकायत नहीं मुझे तेरे आज से, मगर कभी – कभी बिता हुआ कल याद आता है..
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