असल मे वही जीवन की चाल समझता है जो सफर की धुल को भी गुलाल समझता है
बना के “ताजमहल” एक दौलतमंद आशिक ने….. “गरीबों” की मोहब्बत का तमाशा बना दिया।।
~Bari Gustakhiyan Karne Laga Hay, Ye Dil Mujh Se, Ye Jab Se Tera Huwa Hy Meri Sunta Hi Nahi .. Continue Reading..
क्या बयां करूँ कि लब अब खामोश रहते हैं, जुदा होकर उनसे हम अधूरे से लगते हैं
लाख दिये जलाले अपनी गली मे.. मगर रोशनी तो हमारे आने से ही होगी.
‘ज़िन्दगी में ज़िन्दगी से हर चीज़ मिली, मगर उनके बाद ज़िन्दगी न मिली !!’
नदी बहती थी मौहब्बत की हम दोनो के दरमिंया…. तुम तैर कर बाहर आ गये…और हम आज तक उसमें डूबे Continue Reading..
बहुत मुस्कुरा रहे हो जनाब, लगता है तुम्हारा इश्क अभी नया नया है ।
Ye Bary Dukh Ki Bat Hai K Ab Hamara Aik Dusray K Dukh Se Koi Wasta Nahi Raha Hai…
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