असल मे वही जीवन की चाल समझता है जो सफर की धुल को भी गुलाल समझता है
हमने तो एक ही शख्स पर चाहत ख़त्म कर दी .. अब मोहब्बत किसे कहते है मालूम नहीं..
पर्दा गिरते ही खत्म हो जाते हैं तमाशे सारे …. खूब रोते हैं फिर औरों को हँसाने वाले..
बहुत अकेला कर दिया है मेरे अपनो ने मुझे, समझ नहीं आता कि मैं बुरा हूँ या मेरी किस्मत.
~Lagtii Hain Jinke Dil Par Woh Aankho Se Nahi Rote, Jo Apno Ke Hi Naa Ho Paye Wo Kisii Ke Continue Reading..
~Hum Ye Nahi Kehte K Koi Tere Liye Dua Na Maan’Ge, Hum To Bas Itna Chahte Hai K Koi Dua Continue Reading..
~Mere Baad Kis Ko SataoGey .. Mujhe Kis Taaraha’n Dil Sey MitaoGey .. ^
क्या करामात है कुदरत का जिन्दा इँसान पानी मे डुब जाता है और मुर्दा तैर के दिखाता है
दिल पे लगे वैसे तो घाव बहुत है एक तेरा बिछड़ना खामोश कर गया….
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