असल मे वही जीवन की चाल समझता है जो सफर की धुल को भी गुलाल समझता है
‘ज़िन्दगी में ज़िन्दगी से हर चीज़ मिली, मगर उनके बाद ज़िन्दगी न मिली !!’
मांग लूँ यह मन्नत की फिर यही जहाँ मिले.. फिर वही गोद फिर वही माँ मिले..
अपने होंठो को मेरे होंठो से लगा दो, कोई शिकायत होगी भी तो कह नहीं पाउँगा..!!
सब कुछ हासिल नहीं होता ज़िन्दगी में यहाँ…. . किसी का “काश” तो किसी का “अगर” छूट ही जाता है…!!!!
इश्क के तोहफे, तुम क्या जानो सनम, तुमने तो इश्क भी ऐसे किया, जैसे ख़रीदा हो
Teri Surat Se Nahin Milti Kisi Ki Surat Hum Saare Jahan Me Teri Tasveer Liye Phirte Hai !!
~अब भी रोज तुम्हारे स्टेट्स पर एक नजर मार लेता हूं,, ये सोच कर शायद तुमने मेरे बारे में भी Continue Reading..
वो सामने आये तो अज़ब तमाशा हुआ; हर शिकायत ने जैसे ख़ुदकुशी कर ली।
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