चलो बिखरने देते है जिंदगी को अब, सँभालने की भी तो एक हद होती है…!
नींद तो बचपन में आती थी अब तो mobile को rest देने के लिए सो जाते हैं
Kaam aisa karo ki naam ho jaye, ya phir, Naam aisa karo ki sunte he kaam ho jaye…!
मेरे दिल की पुकार तेरे दिल तक कभी जाती तो होगी ! रोज नहीं तो कभी न कभी मेरी याद Continue Reading..
भरोसा तो अपनी साँसों का भी नही है, और हम इंसानो पर करते है
नाराज़गी बहुत है हम दोनों के दरमियान … वो गलत कहता है कि कोई रिश्ता नहीं रहा
Ye Bary Dukh Ki Bat Hai K Ab Hamara Aik Dusray K Dukh Se Koi Wasta Nahi Raha Hai…
Kabhi guroor mat karna apne husn par Tum ik-lotte nhi jise khuda ne husn nawaza hai”
दोस्त को दौलत की निगाह से मत देखो , वफा करने वाले दोस्त अक्सर गरीब हुआ करते हैं….!!
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