हास्पिटल में बुरी तरह ज़ख़्मी पंडित जी से मिलने गए मैने पूछा
“क्या हुआ था ?”
कैसे लगी?”
यार करवाचौथ की शाम को छत पर तेरी भाभी से अपनी आदत के अनुसार हड़बड़ी में बोल दिया –
जल्दी पूजा करो ……दो,तीन जगह और जाना है ।
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