मुद्दते हो गई चुप रहते.. कोई सुनता तो हम भी कुछ कहते…!!!
कुछ पतंगें तो मैंने यहीं सोचकर काट दी यारों… कि उन्हें बेचकर चौराहे पर खड़े ग़रीब का पेट तो भरेगा Continue Reading..
ये दुनियाँ के तमाम चेहरे तुम्हें गुमराह कर देंगें.. तुम बस मेरे दिल में रहो, यहाँ कोई आता जाता नहीं
नसीब नसीब की बात होती है, खुशियों की भी कभी शाम होती है. मुश्किलें यूं ही ख़तम नहीं हो जाती Continue Reading..
अगर जिंदगी मे कुछ सिखाना हो तो एक चोट खालो बहुत कुछ सीख लोगे। जिस्म की चोट से – दर्द Continue Reading..
दिल्लगी कर जिंदगी से, दिल लगा के चल जिंदगी है थोड़ी, थोडा मुस्कुरा के चल ….
अगर ये चाहा होता की तू मुझे ही मिले तो शायद ये खुदगर्जी होती…… हमने इसीलिए सिर्फ ये चाहा की Continue Reading..
इस दुनियाँ में सब कुछ बिकता है, फिर जुदाई ही रिश्वत क्युँ नही लेती? मरता नहीं है कोई किसी से Continue Reading..
दामन को फैलाये बैठे हैं अलफ़ाज़-ए-दुआ कुछ याद नही माँगू तो अब क्या माँगू जब तेरे सिवा कुछ याद नही!!
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