~Gar Tum Jo Saath Aa Gey Hote,
Ziindagi Har Tarah Se Mumkin Thi .. ‘
वो रूठ्कर बोला तुम्हे सारी शिकायते हमसे ही क्यू हैं … हमने भी सर झुकाकर बोल दिया की हमे सारी Continue Reading..
मैंने वहा भी तुझे मांगा हैं जहाँ लोग खुशी मांगते हैं….
अपने होंठो को मेरे होंठो से लगा दो, कोई शिकायत होगी भी तो कह नहीं पाउँगा..!!
ऐब भी बहुत हैं मुझमें और खूबियां भी.. ढूँढने वाले तूं सोच, तुझे चाहिए क्या मुझमे..
~ Bohat Shoq Hay Na Tujhey Behans Ka? Aa Baiith Bata Kis Morh Pe Waffa Karii Tumney .. ‘
तने बुरे ना थे जो ठुकरा दिया तुमने हमेँ. तेरे अपने फैसले पर एक दिन तुझे भी अफसोस होगा!!!
Woh meri soch k parday mein chupa betha hai,,, main kisi aur ko sochon bhi to sochon kaise….?
मुझे महोब्बत है तेरे मन से.. न तेरी खूबसूरती से न लिबास से..
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