इतिहास गवाह है
लड़की की विदाई के समय इतना दुख उसके बाप को भी नहीं होता,
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
जितना दुःख आस-पड़ोस के लड़को को होता है।


Related Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *