~Bahot Mehsoos Hota Haii, Tera, Mehsoos Na Karna .. ‘
नही हो सकती ये महौब्बत तेरे सिवा किसी और से… बस इतनी सी ही बात है…समजते क्यों नही..
जिस के जी में जो आता है कह जाता है… दिल का क्या है सबकी सुन के रह जाता है…
अक्सर वक्त पडने पर वो ही साथ छोडते है… जिनपर सबसे ज्यादा भरोसा होता h
कैसे भुला देते हैं लोग तेरी खुदाई को, या रब! मुझसे तो तेरा बनाया हुआ एक शख्स, भुलाया नहीं जाता……..
मंजिलो पर जाकर साथ छोडते तो कोई बात न थी गुमराह कर गया मुझे तेरा यूँ बीच राह में छोड Continue Reading..
जरूरी नही हर ख्वाब पूरा हो… सोचा तो उसे ही जाता है जो अधूरा हो….”
समझ नहीं पाता उसकी आँखों की अदा, कभी लगता चाहत है, कभी लगता नफरत है..!!
मंजूर थे हमें वक्त के सारे सितम मगर…. तुमसे बिछड़ कर जी लेना ~ सज़ा ज़रा ज्यादा हो गई !
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