सर्दी की खिलखिलाती धूप में यूँ, 4 बजे नहाकर आना
औऱ फिर अपने बालों को सँवारना औऱ बालों से मूँछ बनाना ।
कसम से सलमा दिल चुराना कोई तुमसे सीखे


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2 thoughts on “sardi ki dhoop

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