एक मॉडर्न छोरी रुक्के देरी थी :- बुड्ढे मां बाप की जिम्मेदारी छोरियां की होती ती तो देस मैं एक बी वृद्धाश्रम ना होता ,
मखा बेब्बे वाए छोरी ब्याह पाच्छै सास सुसर नै मां बाप मान ले तो दुनिया मैं एक बी वृद्धाश्रम ना होता ,
सोच बदलो , समाज बदलेगा ,
Related Posts
एक बहु गोबर गेरण जावे थी — एक जणा गाल म्ह दारू पी रया था अर बहु त बोल्या :- Continue Reading..
भोलेनाथ: मांगो वत्स क्या चाहिए? भक्त : मुझे पत्नी के साथ लड़ने की शक्ति दो। हिम्मत दो। बुद्धि दो प्रभु। Continue Reading..
पति बैडरूम मैं बैठ्या था लुगाई झाड़ू मारण आगी बोल्ली थोड़ा सरकिओ … पति ड्राईंग रूम मैं आकै बैठ ग्या Continue Reading..
एक हरियाणवी 5 स्टार होटल में जाके वेटर से बोला, “चाय 🍵 लाओ..” थोड़ी देर बाद वेटर ट्रे के साथ Continue Reading..
बस मैं बैठ्या था घणी भीड़ थी एक सुथरी छोरी खड़ी देख कै ना डट्या गया बोल्या :- मैं तन्नै Continue Reading..
आज मैं सोनीपत जा रया था, उड़ै मन्नै एक गरीब आदमी मिल्या, मन्नै उस्तै आपणा फ़ोन, सोने की चैन अर Continue Reading..
इतिहास गवाह है… हास्टल म रहणिये बालका कै इतनी Tension पढाई की ना होती जितनी कपडे धोण की होजयै है
आजकाल के बालका की घनघोर समस्या 👇👇👇 तू चाहवै सरकारी नौकरी आला * * * * याड़ै private की भी Continue Reading..