जाट…… दिल्ली चला गया
रेलवे स्टेशन पै अखबार वाले से bola
एक अखबार देना…
.
.
अखबार वाला-हिन्दी या अंग्रेजी ka
.
.जाट ….. भाई कोईसा दे दे
मने तो रोटी लपेटनी है|
Related Posts
या चुटकला तो ना है सच्ची घटना है मेरे साथ घटी थी … एअरइंडिया मैं युनियन बाजी के चलदे एअर Continue Reading..
न्यू कवैं अक वक्त एक बार खुद को दोहराता है … हे भगवान … इसका मतलब वा फेर आवैगी मेरी Continue Reading..
आदमी ए आदमी का काटै इब रस्ता … बिल्ली मेरे शहर की सब ठाली बैठी सैं ,
स्कूल मै एक छोरी तै… प्रोपोज करा था वा बोली…शक्ल देखी है अपणी आज उसके खसम की शक्ल देखी…काळजे म़ै… Continue Reading..
आजकाल छोरी उस छोरे नै ‘हाय जानू, हाय बेबी, हाय हैडंसम’ कह कै बोलैै हैं जिसनै हाम कदे लंडर कह Continue Reading..
थोड़ी कड़वी लागैगी … छोह मैं मतना आइओ … म्हारे देस मैं घणखरी छोरियां स्कूल कॉलेज मैं ऐडवांस पणे का Continue Reading..
फोन मैं एक वाएरस साफ करण की ऐप थी उसपै दिन मैं दसियां मैसेज आए करते अक फोन हैंग होण Continue Reading..
एक जाट की छोरी के ब्याह मैं फेरे होण लाग रे थे | पण्डितआँख मींच क मंतर पढ़ क बोल्या Continue Reading..