सुंदरता मन की रखो, फेसवाश से सिर्फ मुँह चमकता है दिल नहीं !!
मैं उसका हूँ ये तो सारी दुनिया जान चुकी है, वो किसकी है ये सवाल मुझे सोने नही देता ॥
Tumhain tarteeb dy raha hon main, Mery andar bikhar gaye ho tum…!!!
खुदा कि बंदगी कुछ अधुरी रह गयी, तभी तेरे मेरे बीच ये दूरी रह गयी.
निगाहों से भी चोट लगती है.. जनाब.. जब कोई देख कर भी अन्देखा कर देता है..!!
~Tujhe Khabar Hai Tujhey Sochney Ki Khatir, Bohat Se Kaam Meiin Kal Par Chorr Detii Hoon .. ‘
शब्द “दिल” से निकलते हैं… “दिमाग”से तो उसके मतलब निकलते हैं…
वो तो हम जैसे शायरों ने लफ़्ज़ों सेसजा रखा है… वरना मोहब्बत इतनी भी हसीं नहीँ होती…
जीते जी एक ख्वाब नजर में रह गया, प्यार किया जिससे वो हमसे बेखबर रह गया
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