आज उसने भी कह दिया मरते हो मुझ पर तो अब तक जिंदा क्यो हो
इक झलक जो मुझे आज तेरी मिल गयी मुझे फिर से आज जीने की वजह मिल गयी
लश्कर भी तुम्हारा है, सरदार भी तुम्हारा है, तुम झूठ को सच लिख दो, अखबार भी तुम्हारा है..!!
उपलब्यधियाँ और आलोचनाएँ एक दुसरे की मित्र है उपलब्यधियाँ बढेगी तो निशचित ही आपकी आलोचनाएँ भी बढेगी
Kuch jhoothe vaade aur chnd bewfa log,,, Lagta hai aaj fer unki galiyo se guzar aye
कभी मुझको साथ लेकर, कभी मेरे साथ चलकर…! वो बदल गया अचानक, मेरी जिंदगी बदल कर…!!
Waqt Acha Zaroor Aata Hai.. Par Kabhi Waqt Par Nahi Aata…!!!
बहुत सौचकर आज खुद से ये सवाल किया मैने, . . ऐसा क्या है मुझमे के लोग मुझसे वफा नही Continue Reading..
Khushbu Ke Jazeeron Se Sitaron Ki Hadoon Tak Is Sheher Mai Sab Kuch Hai Bas Ik Teri Kami Hai .-.!
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