आज उसने भी कह दिया 💔 मरते हो मुझ पर तो💌 अब तक जिंदा क्यो हो
सांसों के सिलसिले को ना दो ज़िन्दगी का नाम, जीने के बावजूद भी मर जाते हैं कुछ लोग !!
गलती उनकी नहीं कसूरवार मेरी गरीबी थी दोस्तों, हम अपनी औकात भूलकर बड़े लोगों से दिल लगा बैठे.
दिल पे लगे वैसे तो घाव बहुत है एक तेरा बिछड़ना खामोश कर गया….
Toot Jata Hai Raabta khud Say Tujh Say Jab Raabta Nahi Hota.
जैसे जैसे उम्र गुजरती है एहसास होने लगता है कि माँ बाप हर चीज़ के बारे में सही कहते थे
Ye wajbaat_e_ishQ hum pe hi Qarz kyu …?? Wo bhi adaa kry k muhabbat usy bhi thi …
कसूर तो बहुत किए हमने जिंदगी में❣ सजा वहां मिली❣ जहां हम बेकसूर थे
Jisy Khud sy hi nahi fursatein, jisy khyal apnay jamal ka… Usey Kya Khabar mery shoq ki , usy kya Continue Reading..
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