हवा के झोंके से पुछता हूं हाल उनका शायद वो उनके शहर से गुजरा हो
~ Meri Zindagii Ke Taliban Ho Tum Be’Maqsad Tabahi Macha Rakhii Haii ..’
यूँ गुमसुम मत बैठो पराये से लगते हो, मीठी बातें नहीं करना है तो चलो झगड़ा ही कर लो…!!
उड़ा भी दो रंजिशें, इन हवाओं में यारो…. छोटी सी जिंदगी हे, नफ़रत कब तक करोगे !
अपनी मौत भी क्या मौत होगी ,, एक दिन यूँ ही मर जायेंगे तुम पर मरते मरते !! :’)
फिर से बुनने लगे ख्वाब एक नया, जाने कबतक ये सिलसिला चले इंतजार का
कहाँ जाऊंगा तुम्हें छोड़ के •• तेरे बिना रात नही गुजरती जिंदगी क्या गुज़रेगी..
अच्छा हुआ तूने ठुकरा दिया .. तेरा प्यार चाहिये था, एहसान नही
Us pgli ko kya pta jis mandir me vo meri maut ki duaa karti hai.. us mandir me jaan girvi Continue Reading..
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