आदमी कभी भी इतना झूठा नही होता … अगर औरते इतने सवाल न करती
लड़कियाँ खिलौना नही होती… जनाब.. पिता तो यूँ ही प्यार से गुड़िया कहते हैं
दोस्त को दौलत की निगाह से मत देखो , वफा करने वाले दोस्त अक्सर गरीब हुआ करते हैं….!!
Mera kaarnama-e-zindagi meri hasraton ke siwa kuch nahi… Yeh kiya nahi, woh hua nahin, yeh mila nahi, woh raha nahi….
Aana jo meri qabar pe to ghairo’n ko na laana, Murdo’n ko hamare jhaan jalaaya nahi karte..
इन्तज़ार के लम्हे भी कितने अजीब होते हैं… सीने की जगह आँखों में दिल धड़कता है !!
Taqlik Kaniat Ki Yeh Reet Bari Nirali Hai.. Jo Ho Na Sake Apna Acha Bhi Wohi Lagta Hai..?
यार वो लम्हा भी कितना खास होगा…. जब तू सिर्फ और सिर्फ मेरे साथ होगा..!!
-Chal Pari Hoon Meiin Zamany Kay Asoolon Pe, Meiin Ab Apni Hii Baato’n Se Mukar Jatii Hoon .. ‘
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