एक तो सुकुन और एक तुम, कहाँ रहते हो आजकल मिलते ही नही.
~Kheench Letii Haii Mujhe Unkii Mohabbat Har Bar, Warna Bohat Baar Mile The Unse Akhir Bar .. ‘
जुबान सुधर जाए तो जीवन सुधरने में वक़्त नहीं लगता।
आँखों के अंदाज़ बदल जाते हैं जब कभी हम उनके सामने जाते हैं
मोहब्बत दो लोगो की…. बातें सौ लोगो की…
खुद ही दे जाओगे तो बेहतर है ,, वरना हम दिल चुरा भी लेते हैं..!
अंत में लिखी है दोनों की बर्बादी, आशिक़ हो या हो आतंकवादी
सब मशरूफ थे नया साल मनाने में मैंने मेरी रूठी खुशियों को मना लिया..
अगर में कहुँ उदास हु तुम बिन तो तुम लौट आओगी ना
Your email address will not be published. Required fields are marked *
Comment *
Name *
Email *