काश में लौट जाओ बचपन की वादियो में जहाँ कोई न जरूरत थी और ना कोई जरुली था
~Hum Ishq K Us Muqaam Par Khare Hain, Jahan Ankhe Kisi Aur Ko Dekhe To Gunah Lagta Hai .. ‘
Kya Aisa Nahi Ho Sakta Hum Pyaar Maange.. Aur Tum Gale Laga Ke Kaho…..Aur Kuch ??? ..
आज मेरे लफ्जों की तबियत ठीक नहीं.. आज आप अपने पसंद की कोई शायरी ही सुना दो
वो रोटी चुरा के चोर हो गया. . . लोग मुल्क खा गए, कानून लिखते लिखते.
मेरी ज़िन्दगी का खेल शतरंज से भी मज़ेदार निकला. मैं Haari भी तो apne ही Raaje से..!!
बेचैन, उदास और बहुत प्यासी हैं आँखें, तुम पलट कर मुस्कुरा दो तो सब ठीक हो जाए।
mana ki Baki logo ki tarh jyda paya nhi Mene…. . . lekin Khush hu Kyu ki khud ko gira Continue Reading..
कल जिनकी खातिर तोड दी थी हमने सारी हदे आज उन्होने ही कह दिया जरा हद मे रहा करो
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