बहुत शख्स मिले जो समझाते थे मुझे…. काश…कोई मुझे समझने वाला भी मिलता….
दिल करता है कहीं इस तरह गुम हो जाऊँ ……. रहू सबके सामने पर किसी को नजर ना आऊँ .
ऐ बारिश जरा खुलकर बरस,ये क्या तमाशा है.! इतनी रिमझिम तो मेरी आँखों से रोज होती है.!
ज़िन्दगी में एक ऐसे इंसान का होना बहुत ज़रूरी है.. जिसको दिल का हाल बताने के लिए लफ़्ज़ों की जरुरत Continue Reading..
इतनी मतलबी हो गई हैं आँखें मेरी, कि तेरे दीदार के बिना दुनिया अच्छी नहीं लगती..!!!
तेरी बेरुखी ने छीन ली है शरारतें मेरी और लोग समझते हैं कि मैं सुधर गया हूँ ..!!
आदत बना ली है….मैंने खुद को तकलीफ देने की, ताकि जब कोई अपना तकलीफ दे तो फिर तकलीफ न हो.
Ehsaas-A- Mhobat ki kitaab likhne chle te hum mgr page kaasaahi se or saahi kaa page miln h naa huaa…
हाथ मे बस एक ‘बासुँरी’ कि कमी है वरना, गोपिया हमने भी कई ‘फसाई’ है..!!
Your email address will not be published. Required fields are marked *
Comment *
Name *
Email *