किस कदर मासूम था लहजा उनका …. धीरे से “जान” कह के बेजान कर दिया !!
उसे देखना था चाँद… फिर भी वो मेरे इंतज़ार में थी ।। मैं जानता था इबादत उसकी… वो बस मेरे Continue Reading..
हकीक़त थी…. ख्वाब था…. या तुम थे…. जो भी था…. हम तो उसी में गुम थे…
यूँ गुमसुम मत बैठो ..पराये लगते हो,,, मीठी बातें नहीं है तो चलो झगड़ा ही कर लो…..
अपना ध्यान रखना कुछ खाया या नहीं । । । इन चन्द शब्दों में जहां हैं
तेरी आँखों में हमे जाने क्या नज़र आया! तेरी यादों का दिल पर सरुर है छाया! अब हमने चाँद को Continue Reading..
~Jab Tak Ziinda Hoon Mere Hoke Jee’Lo, Kuch Hi Diin Ki Baat Haii Phiir Jo Chahe Kar Lena .. ‘
तुझे जब धड़कनों में बसाया तो … धड़कने भी बोल उठी.. 😇 अब मज़ा आ रहा हैं धक-धक करने में
तुझ से रूठने का हक है मुझ को.. पर मुझ से तुम रूठो यह अच्छा नहीं लगता|
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