चलो मंजूर है तेरी बेरुखी मुझको बस इतना करो कि बेवफा मत होना
छोड़ भी दूँ तो कैसे, मै फ़्लर्ट करना… किसी की जान बसती है, फ़्लर्ट में मेरी.
~Jaley Ka Ilaaz Burnol Se .. Jealousy Ka Ilaaz Chitrol Se .. ^
~Hum To Agaaz’E-Mohabbat Mein Hi Lutt Gy, Log Toh Kehte The Ke Anjaam Bura Hota Haii .. ‘
फ़िक्र तो तेरी आज भी है.. बस .. जिक्र का हक नही रहा।
मुझे रिश्तो की लंबी कतारोँ से मतलब नही , कोई दिल से हो मेरा, तो एक शख्स ही काफी है..।
इतनी शिकायत , इतनी शर्तें , इतनी पाबन्दी, तुम मोहब्बत कर रहे हो या सौदा कोई !!
शाम से आँख में नमी सी है, आज फिर आपकी कमी सी है,
बस आख़री साँस बाकी है ,, तुम आती हो या मैं ले लूँ…
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