खुदा कि बंदगी कुछ अधुरी रह गयी, तभी तेरे मेरे बीच ये दूरी रह गयी.
जब दो लोगों के बीच तीसरा इंसान आ जाता है…. तो दूरियां अपने आप बढ़ जाती हैं !!!!
‘बड़ी बारीकी से तोडा है, उसने दिल का हर कोना, मुझे तो सच कहुँ, उस के हुनर पे नाज़ होता Continue Reading..
Aap kahte the ke rone se na badleinge naseeb, Umer bhar aapki is baat ne rone na diya…
Gham-e-Hayaat Pareshaan Na Kar Sakega Mujhe; Ki Aa Geya Hai Hunar Mujh Ko Muskurane Ka!
मेरे बारे में अपनी सोच को थोड़ा बदलकर देख, मुझसे भी बुरे हैं लोग तू घर से निकलकर देख…!
Woh Samajhta Hai K Har Shakhs BadaL Jata Hai Usay Lagta Hai Zamana Us Kay Jaisa Hai..!!
गलतफहमी में जिंदगी गुजार दी,, कभी हम नहीं समझे कभी तुम नहीं समझे
Îshq mein fanaa ho jana hai Dastoor hi Yahi.. Jis mein ho Sabar ki Fitrat wo Îshq hi Nahi…
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