हम गुम थे एक खयाल में इस कदर खुद को ढूंढने का वक्त ही नहीं मिला
Tumhain tarteeb dy raha hon main, Mery andar bikhar gaye ho tum…!!!
दिन में ना जाने कितनी बार होता है ऐसा… तेरी याद आना और मेरा उदास हो जाना
यूँ गुमसुम मत बैठो पराये से लगते हो, मीठी बातें नहीं करना है तो चलो झगड़ा ही कर लो…!!
इतना शौंक मत रखो इन इश्क की गलियों में जाने का; क़सम से रास्ता जाने का है आने का नहीं!
सिखा दिया दुनिया ने मुझे अपनो पर भी शक करना मेरी फितरत में तो गैरों पर भी भरोसा करना था..!!
आज भी प्यारी है मुझे तेरी हर निशानी .. फिर चाहे वो दिल का दर्द हो या आँखो का पानी।
वक़्त भी लेता है करवटे ना जाने क्या क्या … उमर इतनी तो नही थी जितने सबक सीख लिये हमने
मैं आपकी नज़रों से नज़र चुरा लेना चाहता हूँ, देखने की हसरत है बस देखते रहना चाहता हूँ
Your email address will not be published. Required fields are marked *
Comment *
Name *
Email *