Preet Singh 3 Comments ना मुस्कुराने को जी चाहता है; ना आंसू बहाने को जी चाहता है. लिखूं तो क्या लिखूं तेरी याद में; बस तेरे पास लौट आने को जी चाहता है. Copy
hi
Thank s
Nyc