“काश कुछ लोग बेईमान नही होते , तो आज इतने लोग परेशान नही होते!”
छोड़ना आसान होता है लेकिन भूलना नही
अंत में लिखी है दोनों की बर्बादी, आशिक़ हो या हो आतंकवादी.
इतनी शिकायत , इतनी शर्तें , इतनी पाबन्दी, तुम मोहब्बत कर रहे हो या सौदा कोई !!
मोहब्बत में दूरियों से फर्क नहीं पड़ता मोहब्बत निभाने वाला सच्चा हो
~Chalo Accha Hua Ke Dhund Parney Lagi, Warna Dur Tak Takti Thi Niighein Raah Terii .. ‘
छोटा सा सपना है मेरा, जो रोटी में खाऊ वो तू बनाये..
एम्बुलेंस सा हो गया है ये जिस्म, सारा दिन घायल दिल को लिये फिरता है।
पुराने आशिक वफा तलाश करते थै, आज के आशिक जगह तलाश करते है..
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