एक मशविरा चाहिए, ख़ुदकुशी करूं या इश्क..
~Suno Tum Badl Gy Ho Kya Ya Tum Theyy Hi Aiise .. ‘
मेहनत इतनी खामोशी से करो कि . “सफलता शोर मचा दे”
~Terey Baad Nazar Aati Nahi Mujhe Ab Koi Manzil, Kisi Aur Ka Ho Jana Ab Merey Bas Mein Hi Nahi Continue Reading..
लोग क़दर तभी करते हैं जब उन्हें मुँह लगाना छोड़ दो
जितनी हसीन ये मुलाकातें है उससे भी प्यारी तेरी बातें है
शाख से फूल तोड़कर मैंने सीखा.. अच्छा होना गुनाह है, इस जहाँ में..!!
मुमकिन नहीं शायद किसी को समझ पाना … बिना समझे किसी से क्या दिल लगाना
मैं बुरा हूँ तो बुरा ही सही… …. कम से कम “शराफत” का दिखावा तो नहीं करता
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